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गलती

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Post by Guest Tue Nov 11, 2014 8:53 pm

ये गलती भी हम कर बैठे
मुस्कान को दुआ हम समझ बैठे
माँ ने समझाया भी था दूर बचपन में
दरिंदा आता हैं दूसरी शकल में

सोचा था ऊपर वाला भी सोचता होगा
थोड़ा रहम कर दो इस पे अभी
हमेशा दुःख ही दिया हैं
थोड़ी राहत भी भेज दो अभी

जिसने हमेशा इम्तेहान ही लिया है
वो इस बार क्यों बरखद  भेजेगा
बस यही गलती हम कर बैठे
मुस्कान को दुआ हम समझ बैठे

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